Sunday, August 12, 2018
What is USB in Hindi ?
USB क्या है ?
दोस्तो मैं आप और हम सब USB को तो काफी समय से इस्तेमाल कर रहे है और इससे ना जाने एक दिन में कितनी बार इस्तेमाल करते है।
क्या दोस्तो आपको पता है कि USB क्या है? और यह क्यों हर जगह काम में ली जाती है ,और यह इतनी पापुलर क्यों है?
तो आईये शुरू करते है।
दोस्तो USB का पूरा नाम Universal Serial Bus है , और इसका आईडिया Intel कंपनी में कार्यरत अजय वी भट्ट ने सन् 1994 में दिया था। इसकी मदद से कंप्यूटर , दूसरे Devices और peripherals (keyboard,mouse, joystick etc..) को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करके डाटा का आदानप्रदान होता है। यह एक प्लग एंड प्ले इंटरफेस है और इससे आप अपने डिवाइस को सीधे कनेक्ट करके चला सकते है और सीधे निकाल भी सकते है।इससे इलेक्ट्रिक चार्ज भी एक Device से दूसरे Device में भेजा जा सकता है।
USB की आवश्यकता क्यों पड़ी?
पहले के दिनों में कंप्यूटर, कैमरा, कीबोर्ड,माउस,ज्वॉयस्टिक और दूसरे devices में अलग अलग कनेक्टर्स इस्तेमाल हुआ करते थे।जिसके कारण डिजायनर्स के लिए यह समस्या आ गई थी कि इतने सारे कनेक्टरस के डिजाइन कैसे बनाए?
सन् 1995-96 में Compaq,DEC,Intel, Microsoft,NEC, Phillips जैसी कंपनियों ने यह सोचा की क्यों ना एक ऐसा कनेक्टर बनाया जाए कि को सभी Devices या Peripherals के लिए काम करे।
जिसके तहत सन् 1996 में पहली बार USB बनकर तैयार हुआ।
दोस्तो आपको बता दे कि यूएसबी के अबतक 5 versions आ चुके है। यूएसबी का पहला version सन् 1996 में लॉन्च किया गया था ।
चलिए अब यूएसबी के versions के बारे में बात करते है ।
USB 1.0
यह यूएसबी का पहला वर्जन है और इसे सन् 1996 में लॉच किया गया था। इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 1.5Mbps थी।
यह ज्यादा देवाइस में इस्तेमाल नहीं हुआ क्योंकि इसकी स्पीड बहुत कम थी। लोगो को इसके बारे में भी ज्यादा कुछ पता नहीं था,क्योंकि तब ज्यादातर फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता था।
USB 1.1
यूएसबी 1.1 को यूएसबी 1.0 के ठीक दो साल यानी स सन् 1998 में लॉच किया गया था और यह पहले यूएसबी से कई मायनों में बेहतर साबित हुआ।
इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 12Mbps थी और इससे इलेक्ट्रिक चार्ज को भी यूएसबी से अन्य पेरीफेरल, devices में ट्रांसफर किया जा सकता था।
इससे 2.5V और 500mA का इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर करा जा सकता था।
USB 2.0
यूएसबी 2.0 को सन् 2000 में लॉच करा गया था और यह यूएसबी 1.1 से बहुत बेहतर साबित हुआ ।
यह आजकल सभी डिवाइसों में इस्तेमाल होता है,और यूएसबी के सबसे सफल वर्जन में गिना जाता है।
इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 480Mbps थी। जोकि एक बहुत अच्छी स्पीड थी।
और इससे 2.5V और 1.8A का इलेक्ट्रिक चार्ज शेयर किया जा सकता है।
USB 3.0
यह सन् 2008 में लॉच करा गया। इस यूएसबी और यूएसबी 2.0 में ज्यादा कुछ अंतर नहीं था।
लेकिन यूएसबी 3.0 की स्पीड 5Gbps थी। जोकि यूएसबी 2.0 से बहुत ज्यादा थी।
USB 3.1
यूएसबी 3.1 ठीक यूएसबी 3.0 का ही अपडेटेड वर्जन है और इसे सन् 2013 में लॉच करा गया था।इसमें पॉवर 20V
और 5A की पॉवर को ट्रांसफर की जा सकती है और इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 10Gbps है।
दोस्तो आप लोगो के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि USB(Universal Serial Bus) तो यूनिवर्सल है तो इसके टाइप कैसे हो सकते है?
दोस्तो जवाब यह है कि सभी यूएसबी केबल के अलग अलग काम है और मार्केट में उपलब्ध नए डिवाइसेज के हिसाब से बने है।
चलिए दोस्तो देखते है कि यह कितने प्रकार के होते है।
यूएसबी मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है।
यह साधारणतः आपको अपने यूएबी चार्जर केबल में देखने को मिल जाता है।
यह एक reversable केबल है। मतलब आप इसे उलटा या सीधा कैसे भी लगा सकते हैं।
इसमें डाटा ट्रांसफर स्पीड और इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर स्पीड सब यूएसबी से ज्यादा होती है।
इसमें कई सारे नए फीचर्स है जो इसको अन्य यूएसबी से बेहतर बनाते है। इसलिए यह आजकल कई स्मार्टफोन्स,टैबलेट्स,लैपटॉप्स,डेस्कटॉप में इस्तेमाल हो रहा है।
Apple को छोड़कर सभी मोबाइल फोन कंपनी इसका इस्तेमाल करती है।
जब माइक्रो यूएसबी नहीं हुआ करते थे तो मिनी यूएसबी से ही मोबाइल फोन चार्ज हुआ करते थे,और यह कुछ कैमरों मै आज भी प्रयोग में लिए रहे है।
दोस्तो में आपको बता देता हूं कि इस दुनिया में किसी में चीज के कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी है।
तो चलिए यूएसबी के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बात करते है।
2-यह पॉवर बहुत कम लेता है।
3- इनका यूनिवर्सल डिजाइन है।पूरी दुनिया में इनका एक ही डिजाइन है। यह नहीं कि अमेरिका में कुछ और है और कहीं कुछ और है ।
4- इसका साइज छोटा होने के कारण इसको कहीं भी बिना टूटे फूटे आराम से लेजा सकते है ।
चलिए इनके नुकसान को देख लेते है
1- इनके साइज छोटा होने के कारण यह खो जाती है।
2- अगर यह टूट गई तो इसका डाटा वापस नहीं लाया जा सकता।
दोस्तो मै उम्मीद करता हूं कि आपको यूएसबी के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
और आप क्या यूएसबी टाइप C इस्तेमाल करते हो?मुझे जरूर बताना नीचे कॉमेंट में।
अपना कीमती समय देने के लिए ध्यानवाद
जय हिन्द, वन्दे मातरम।
USB के प्रकार
दोस्तो आप लोगो के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि USB(Universal Serial Bus) तो यूनिवर्सल है तो इसके टाइप कैसे हो सकते है?दोस्तो जवाब यह है कि सभी यूएसबी केबल के अलग अलग काम है और मार्केट में उपलब्ध नए डिवाइसेज के हिसाब से बने है।
चलिए दोस्तो देखते है कि यह कितने प्रकार के होते है।
यूएसबी मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है।
USB Type A
USB type A सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला यूएसबी है और यह आपको हर प्रकार के device,पेरीफेरल में देखने को मिल जायगा। इसका आकार रेक्टेंगुलार होता होता है।यह साधारणतः आपको अपने यूएबी चार्जर केबल में देखने को मिल जाता है।
USB Type A |
USB Type B
इनका आकार लगभग square होता है। इसको प्रिंटर और दूसरे devices के साथ कनेक्ट किया जाता है। इसका इस्तेमाल टाइप A की तुलना में बहुत कम होता है।USB Type B |
USB Type C
जब भी आप लोग यूएसबी को अपने डिवाइस में लगने जाते है तब कभी कभी यूएसबी उल्टी होने के कारण नहीं लग पाती। लेकिन यूएसबी टाइप C ऐसा नहीं है।यह एक reversable केबल है। मतलब आप इसे उलटा या सीधा कैसे भी लगा सकते हैं।
इसमें डाटा ट्रांसफर स्पीड और इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर स्पीड सब यूएसबी से ज्यादा होती है।
इसमें कई सारे नए फीचर्स है जो इसको अन्य यूएसबी से बेहतर बनाते है। इसलिए यह आजकल कई स्मार्टफोन्स,टैबलेट्स,लैपटॉप्स,डेस्कटॉप में इस्तेमाल हो रहा है।
USB Type C |
मिनी और माइक्रो यूएसबी कनेक्टर क्या होते है?
माइक्रो यूएसबी कनेक्टर
आज के समय जो आप अपने फोन को चार्ज करने में और डाटा ट्रांसफर करने में यूएसबी कनेक्टर इस्तेमाल करते है उसे माइक्रो यूएसबी कनेक्टर कहते है और यह Type B होता है।Apple को छोड़कर सभी मोबाइल फोन कंपनी इसका इस्तेमाल करती है।
Micro USB connector |
मिनी यूएसबी कनेक्टर
जैसे कि नाम से ही पता चलता है मिनी, इसका आकार छोटा होता है।जब माइक्रो यूएसबी नहीं हुआ करते थे तो मिनी यूएसबी से ही मोबाइल फोन चार्ज हुआ करते थे,और यह कुछ कैमरों मै आज भी प्रयोग में लिए रहे है।
Mini USB connector |
दोस्तो में आपको बता देता हूं कि इस दुनिया में किसी में चीज के कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी है।
तो चलिए यूएसबी के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बात करते है।
यूएसबी के फायदे
1- यह सस्ते है और बाजार आसानी जाते है!2-यह पॉवर बहुत कम लेता है।
3- इनका यूनिवर्सल डिजाइन है।पूरी दुनिया में इनका एक ही डिजाइन है। यह नहीं कि अमेरिका में कुछ और है और कहीं कुछ और है ।
4- इसका साइज छोटा होने के कारण इसको कहीं भी बिना टूटे फूटे आराम से लेजा सकते है ।
यूएसबी के नुकसान
यूएसबी के कुछ नुकसान है पर इसके नुकसान यूएसबी के फायदों के सामने बहुत छोटे पड़ जाते है।चलिए इनके नुकसान को देख लेते है
1- इनके साइज छोटा होने के कारण यह खो जाती है।
2- अगर यह टूट गई तो इसका डाटा वापस नहीं लाया जा सकता।
दोस्तो मै उम्मीद करता हूं कि आपको यूएसबी के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
और आप क्या यूएसबी टाइप C इस्तेमाल करते हो?मुझे जरूर बताना नीचे कॉमेंट में।
अपना कीमती समय देने के लिए ध्यानवाद
जय हिन्द, वन्दे मातरम।
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