Wednesday, September 12, 2018
How Face ID works?😐😉
Face ID कैसे काम करती है?
दोस्तों आज के समय में हमारा डेटा हमारे लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसलिए इस को सुरक्षित रखना भी बहुत जरूरी हो गया है। दोस्तों ज्यादातर हमारे निजी फाइल्स फोन में ही रहती है तो हम इसके लिए कई प्रकार के सिक्योरिटी लॉक लगाते हैं। आज से कुछ साल पहले हम अपने फोन को पिन पैटर्न या पासवर्ड से लॉक किया करते थे। लेकिन जैसे-जैसे नई टेक्नोलॉजी आती गई वैसे वैसे फोन की सिक्योरिटी भी और दमदार होती गई।
आज से लगभग 3 साल पहले फिंगरप्रिंट स्कैनिंग आया था,जो फोन की सिक्योरिटी को बहुत मजबूत बना देता है।
लेकिन पिछले साल नवंबर के महीने में iPhone X बाजार में आया और अपने साथ फेस अनलॉक का एक नया फीचर लाया। हालाकि कुछ एंड्रॉयड फोन्स में फेस अनलॉक का सिस्टम पहले से था। लेकिन इन एंड्रॉयड स्मार्टफोन में यह सिस्टम सॉफ्टवेयर बेस था।
लेकिन iPhone X में यह सिस्टम सॉफ्टवेयर बेस ना होकर हार्डवेयर बेस है।
और iPhone X दावा करता है कि यह फेस id फिंगरप्रिंट से ज्यादा सुरक्षित है।
दोस्तों ऐसे तीन कंपोनेंट्स है जो फेस ID में काम आएंगे।
फेस ID में काम आने वाले 3 जरूरी कंपोनेंट्स–
1-flood illuminator
2-dot projector
3-infrared camera
आपका फोन रात को भी आसानी से अनलॉक हो जाता है क्योंकि इन्फ्रा रेड लाइट के जरिए आपको पता नहीं चलता कि आपके चेहरे पर लाइट रही है।
इसमें लगा सॉफ्टवेयर आपके फेस को स्कैन करता है और देखता है आपकी फेस की पोजीशन क्या है और उस हिसाब से आपके फोन को अनलॉक कर देता है।
दोस्त अब दूसरा प्रोसेस शुरू होता है जोकि है dot projector.
इस पैटर्न को वह आपके उस चेहरे से मैच करता है जब आपने पहली बार फोन पर अपनी फेस ID फोन पर बनाई थी।
दोस्तों Apple बोलता है कि इस फोन मे मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया गया है।
आसान शब्दों में कहा जाए तो जो आपके फेस में चेंजेस होते हैं यह उसको आसानी से पहचान लेगा।
जैसे आपने कभी टोपी पहनी है, आपने कभी चश्मा पहना है या आपकी कभी दाढ़ी आ गई । इन सब को Apple आसानी से पहचान लेगा।
Apple बोलता है यह यह फिंगरप्रिंट से बहुत ज्यादा सुरक्षित है। और यह आपके फेस के बदलाव के साथ-साथ अपने आप को अपडेट भी करता रहेगा।
दोस्तो आशा करता हूं कि आपको मेरा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आपको पता चल गया होगा की फेस ID कैसे काम करता है और यह कितना सुरक्षित है।
दोस्तो आप मुझे नीचे कमेंट में जरूर बताएं कि आपको फेस ID पसंद है या आप फिंगरप्रिंट में ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं।
अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद
जय हिंद
वंदे मातरम
भारत माता की जय
Images credit-Google Images |
दोस्तो iPhone X की यह फेस id तीन स्टेप्स में कार्य करती है ।
तो पहला काम होता है flood illuminator का।
तो पहला काम होता है flood illuminator का।
1-Flood illuminator:
जब आप फोन को अनलॉक करने के लिए जाते है तो flood illuminator आपके आपके चेहरे पर इन्फ्रारेड लाइट फेंकता है और आपको पता भी नहीं चलता आपके फेस पर लाइट आ रही है।आपका फोन रात को भी आसानी से अनलॉक हो जाता है क्योंकि इन्फ्रा रेड लाइट के जरिए आपको पता नहीं चलता कि आपके चेहरे पर लाइट रही है।
इसमें लगा सॉफ्टवेयर आपके फेस को स्कैन करता है और देखता है आपकी फेस की पोजीशन क्या है और उस हिसाब से आपके फोन को अनलॉक कर देता है।
दोस्त अब दूसरा प्रोसेस शुरू होता है जोकि है dot projector.
Dot projector:
इस डॉट प्रोजेक्टर में भी infrared light का बहुत बड़ा योगदान है। यह 30000 डॉट्स आपके चेहरे पर प्रोजेक्ट करता है। 30000 एक बहुत बड़ा नंबर है, तो यह बारीक बारीक डॉट आपके चेहरे पर प्रोजेक्ट करता है और एक पैटर्न बनाता है कि आपका फेस कैसे दिखने वाला है।इस पैटर्न को वह आपके उस चेहरे से मैच करता है जब आपने पहली बार फोन पर अपनी फेस ID फोन पर बनाई थी।
दोस्तों Apple बोलता है कि इस फोन मे मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया गया है।
आसान शब्दों में कहा जाए तो जो आपके फेस में चेंजेस होते हैं यह उसको आसानी से पहचान लेगा।
जैसे आपने कभी टोपी पहनी है, आपने कभी चश्मा पहना है या आपकी कभी दाढ़ी आ गई । इन सब को Apple आसानी से पहचान लेगा।
Apple बोलता है यह यह फिंगरप्रिंट से बहुत ज्यादा सुरक्षित है। और यह आपके फेस के बदलाव के साथ-साथ अपने आप को अपडेट भी करता रहेगा।
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दोस्तो आशा करता हूं कि आपको मेरा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आपको पता चल गया होगा की फेस ID कैसे काम करता है और यह कितना सुरक्षित है।
दोस्तो आप मुझे नीचे कमेंट में जरूर बताएं कि आपको फेस ID पसंद है या आप फिंगरप्रिंट में ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं।
अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद
जय हिंद
वंदे मातरम
भारत माता की जय
Sunday, September 2, 2018
What is Fingerprint sensor?and how its work?🤔😎
फिंगरप्रिंट सेंसर क्या है और यह कैसे काम करता है?
दोस्तो आज के समय में लगभग सभी डिवाइस में फिंगरप्रिंट सेंसर का इस्तेमाल किया जा रहा है।चाहे वह मोबाइल फोन हो,लैपटॉप हो या फिर बायोमेट्रिक मशीन। इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने का यह कारण है कि यह बहुत सुरक्षित है। पूरी दुनिया में दो लोगों की शक्ल जरूर सामान हो सकती है पर किन्हीं भी दो लोगो का फिंगरप्रिंट कभी सम्मान नहीं हो सकता। यहां तक कि दो जुड़वा बच्चों का भी फिंगरप्रिंट कभी सामान नहीं होता।
आज के समय में डाटा बहुत कीमती चीज हो गया है इसलिए इसे सुरक्षित रखना भी बहुत जरूरी हो गया है। जिसके कारण आपको आजकल लगभग सभी स्मार्ट फोंस में फिंगरप्रिंट सेंसर का सपोर्ट मिलता है।
इससे पहले कि हम फिंगरप्रिंट सेंसर काम कैसे करता है यह जाने, पहले यह जानना जरूरी है कि इंसान में फिंगरप्रिंट कितने प्रकार के होते हैं।
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फिंगरप्रिंट के प्रकार–
इंसानों में फिंगरप्रिंट तीन तरह के पाए जाते हैं
1-Arch
2-Loop
3-Whorl
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1-Arch:- इसमें आपके फिंगरप्रिंट में एक वेव जैसी लाइंस होती हैं जिसे हम अर्क बोलते हैं।
2-Loop: इसमें एक कर्व आता है और वह आपके middle of the finger तक जाता है और फिर वापस लौट जाता है, इसे इसे ही हम लूप बोलते है।
3-Whorl: अंगूठे में जो गोलाकार कर्व होते हैं उसे Whorl बोलते है।
चलिए दोस्तों अब देखता है फिंगरप्रिंट सेंसर कितने प्रकार के होते हैं और यह कैसे काम करते है?
फिंगरप्रिंट स्केनर के प्रकार–
1-Optical scanner:
जब भी हम पहली बार किसी फोन या अन्य किसी डिवाइस में फिंगरप्रिंट स्कैनर इनेबल करते हैं तो उसको अपने अंगूठे के जरिए अलग-अलग angle पर टच करते हैं तब सेंसर आपके अंगूठे की फोटो ले रहा होता। प्रोसेस खत्म होने के बाद सेंसर आपके अंगूठे का एक मैप बना लेता है।फिर जब भी आप फोन को अनलॉक करने के लिए अपने अंगूठे को सेंसर पर टच करते हो तो सेंसर टच हुए पार्ट को मैप से मिलाता है, जैसे ही आपके अंगूठे का टच हुआ पार्ट मैप से मैच करता है तो आपका फोन अनलॉक हो जाता है।
मैच ना होने पर आपका फोन अनलॉक नहीं होता।
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2-Capacitive scanner:
दोस्तो कैपेसिटर के बारे में आपने तो पड़ा ही होगा, तो इसमें क्या होता है कि आपके जो रिज है उससे छोटे छोटे आकार केकंडक्टर लगे होते हैं आपके फिंगरप्रिंट सेंसर के ऊपर, और जब आप अपना फिंगर इनके ऊपर रखते है तो जो उभरा हुआ हिस्सा या रिज है उससे सेंसर एक्टिवेट हो जाते हैं। और जहां जहां पर उभरा हुआ हिस्सा नहीं है वहां सेंसर एक्टिवेट नहीं हो पाते।
इसी तरीके से यह एक मैप तैयार करते हैं और जब भी आप अपनी फिंगर को अपने फोन के ऊपर रखते हैं तो आपका फोन अनलॉक हो जाता है।
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3-Ultrasonic fingerprint scanner:
यह एक 3D फिंगर प्रिंट टेक्नोलॉजी है जिसे क्वॉलकॉम ने बनाया है।जब आप इसके स्कैनर पर उंगली रखते है तो यह स्केनर कुछ सिग्नल्स को निकालता है इनमें से कुछ सिग्नल हमारे उंगलियों से टकराने के बाद वापस आ जाते हैं और कुछ वापस नहीं आ पाते। जो वापस आ जाते हैं।
जो सिग्नल वापस आए उनका 3D इमेज बना लिया जाता है।
इस तरह से आपके मोबाइल में आपका फिंगरप्रिंट स्टोर हो जाता है। और जैसे ही आप उसके ऊपर उंगली रखते हैं तो आपका फोन अनलॉक हो जाता है।
आपको बता दें इस फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल Le Max pro smartphone में किया गया है।
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दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि फिंगरप्रिंट क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं।
इसमें आपको यह भी बताया गया कि फिंगरप्रिंट सेंसर कितने प्रकार के होते हैं और यह काम कैसे करते हैं।
दोस्तों आपको मेरा यह आर्टिकल कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताना।
और कमेंट में यह भी बताना कि आपको फिंगर प्रिंट कितना सुरक्षित लगता है?
अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।
जय हिंद
वंदे मातरम
भारत माता की जय
Tuesday, August 28, 2018
Neighbourly app😉
Google की इस नई सर्विस ने सब लोगों की परेशानी कर दी खत्म
दोस्तो गूगल ने एक अपना नया ऐप लॉच करा है जिसका नाम है Google Neighbourly। Google की इस सर्विस से लोग आस पड़ोस की जानकारियां शेयर कर सकेंगे। इस ऐप की खास बात यह है कि इस ऐप का इस्तेमाल करते समय लोगो को अपना फोन नंबर, प्रोफ़ाइल फोटो शेयर नहीं करनी होती और ना ही कोई डायरेक्ट मैसेज शेयर करना होता है।Image credit- Google Images |
जब भी आप किसी नई जगह जाते है, तो आपको रोजमर्रा का सामान ढूंढने में,अच्छा खानपान ढूंढने में और बेहतर ट्यूशन क्लासेज ढूंढने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आपको सभी चीजों के बारे में एकदम से पता नहीं चल पाता। लेकिन अब आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। Google ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है।
गूगल के नेक्स्ट बिलिनियर शाखा के उत्पादक बेन ने यह बताया कि यह ऐप किसी भी व्यक्ति को जिसके लिए जगह बिल्कुल नई हो को अपने आसपड़ोस से जोड़ने की कोशिश करती है । यह ऐप एक यूजर्स को एक दूसरे की जानकारियां देती है।
उदाहरण के लिए आप एक ऐसी जगह है जहां के बारे में आपको कुछ नहीं पता और आपको मिठाई खरीदनी है।
तो आप Google के इस ऐप से यह पूछ सकते हैं कि आसपास अच्छी मिठाई वाली दुकान कौन सी है?
आपका यह मैसेज आसपास रहने वाले सभी लोगों तक पहुंच जाएगा और आपको आपका उत्तर मिल जाएगा।
आप इस ऐप का इस्तेमाल सीधे बोलकर कर सकते हैं। बताया गया कि यह ऐप मुंबई और जयपुर में शुरू हुई है और कुछ समय बाद इसे और जगह भी लांच कर दिया जाएगा !
यह ऐप आपको हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगू मलयालम, मराठी आदि
भाषाओं में मिल जाएगा। इस ऐप को आप ऑफलाइन भी चला सकते हैं और यह ऐप आपको एंड्रॉयड जेलीबीन या उससे ऊपर वाले स्मार्टफोन्स में देखने को मिलेगा।
दोस्तो आप नीचे कॉमेंट में जरूर बताएं कि आपको गूगल की इस ऐप की सर्विस कैसी लगी और क्या आप चाहते हो कि Google की यह सर्विस पूरे देश में जल्दी से जल्दी फैल जाए।
अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद
जय हिंद
वंदे मातरम
भारत माता की जय
Saturday, August 25, 2018
Nokia x7
Nokia X7 हुआ लीक : ऐसा हो सकता है फोन
हाल ही में एचएमडी ग्लोबल ने Nokia X5 और कुछ दिन पहले Nokia 6.1 plus लॉच करा था।
अब सूत्रों के हवालो से खबर आ रही है कि नोकिया अपना एक ओर नया फोन Nokia X7 पर काम कर रहा है। सभी फोन्स की तरह इसमें noutch देखने को मिलेगी।
अभी इस फोन ने अपने बारे में ज्यादा जानकारियां नहीं दी है।
अंदाजा यह लगाया जा सकता है कि यह फोन भी बाकी नोकिया के फोन्स की तरह होगा।
लीक में यह सामने आया कि इसका डिस्प्ले Nokia 6.1 plus जैसा हो सकता है!
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Specifications
यह पक्के तौर पर तो नहीं,लेकिन इस फोन में यह स्पेसिफकेशंस हो सकती है
1-Nokia X7 में लेटेस्ट स्नैपड्रेगन 710 चिपसेट का प्रयोग किया जा सकता है ।
2-इसमें 4GB की रैम दी जा सकती है।
3- इसमें 64 जीबी का इनबिल्ट स्टोरेज मिल सकता है।
4- इस फोन की डिस्प्ले 6 इंच से बड़ी हो सकती है और इसका एक्सपेक्ट रेशियो 19:9 हो सकता है ।
यह फोन 15 सितंबर के आसपास लॉन्च हो सकता है। और इस फोन की कीमत₹20400 हो सकती है।
इन कुछ जानकारियों के आधार पर यह कह पाना मुश्किल होगा की और फोन में क्या क्या दिया जा रहा है। हम आपसे यही कहेंगे की इन जानकारियों पर पूरा विश्वास मत कीजिए।
तब तक के लिए
धन्यवाद ।
जय हिंद।
वन्दे मातरम्
भारत माता की जय।।
तब तक के लिए
धन्यवाद ।
जय हिंद।
वन्दे मातरम्
भारत माता की जय।।
Thursday, August 23, 2018
Xiaomi Poco F1 launched in India
Xiaomi Poco F1 launched in India
दोस्तों शाओमी ने अपना नया स्मार्टफोन Poco F1 भारत में लॉन्च कर दिया है। Xiaomi ने इस फोन को भारत में तीन वेरेंट्स में लॉन्च करा। जो है 6 जीबी रैम 64जीबी स्टोरेज, 6जीबी रैम 128 जीबी स्टोरेज और 8GB रैम 128 जीबी स्टोरेज।कीमत
1- 6जीबी रैम 64जीबी स्टोरेज की कीमत ₹20999 है।2-6 जीबी रैम 128 जीबी स्टोरेज की कीमत ₹23999 है।
3-8GB रैम 128 जीबी स्टोरेज की कीमत ₹28999 है।
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कलर्स
शाओमी इस फोन को आपको रोसो रेड, स्टील ब्लू और ग्रेफाइट ब्लैक कलर में उपलब्ध कराएगा। साथ ही इस फोन के बैंक में पॉलीकार्बोनेट का प्रयोग किया गया है।साथ ही Poco F1 ने अपना अर्मोड एडिशन भी पेश करा है,जिसकी कीमत रुपए 29,999 होगी। इसके अर्मोड एडिशन मे फोन पर स्क्रैच रोकने के लिए केवलर अरामिड फाइबर का प्रयोग किया गया है।
स्पेसिफिकेशन
*स्मार्ट फोन में आपको फुल HD, noutch के साथ डिस्प्ले मिला है।*प्रोसेसर की बात करें तो इस फोन में आपको qualcomm का लेटेस्ट स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर मिला है।
*इस फोन में आप हैवी गेम्स बड़ी आसानी के साथ खेल सकते हैं। हैवी गेम खेलने के साथ आपका फोन ज्यादा गरम नहीं होगा क्योंकि इसमें लिक्विड कूल टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है।
*स्मार्ट फोन में आपको एड्रिनो 630 GPU दिया गया है,जो आपके फोन के ग्राफिक्स क्वालिटी को और भी बेहतर बनाता है।
*फोन की इंटरनल स्टोरेज को माइक्रो SD कार्ड के जरिए 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
*यह एंड्रॉयड 8.1 ओरियो पर चलेगा और इसमें Android Pie आने की भी संभावना है।
*बाकी फोन्स की तरह इस फोन में भी आपको फिंगरप्रिंट सेंसर देखने को मिलेगा।
*Poco F1 में आपको 4000 mAh की बैटरी मिली है,जो क्विक चार्ज 3.0 को सपोर्ट करती है।
*कैमरे की बात करें तो इसमें डुअल रियर कैमरा दिया गया है, इसमें प्राइमरी कैमरा 12 मेगापिक्सल का और सेकेंडरी कैमरा 5 मेगापिक्सल का है और सेल्फी के दीवानों के लिए इसमें 20 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है।
मेरी राय माने तो यह सभी फ्लैगशिप फोन्स का किलर है इसमें कीमत के हिसाब से उम्दा फीचर्स दे रखे है।
और यह बजट रेंज के हिसाब से भी बिल्कुल परफेक्ट है।
यह फोन आपको Flipkart और Xiaomi की वेबसाइट पर मिलेगा।
और हां दोस्तों आप नीचे कमेंट में जरूर बताना कि आपको यह फोन कैसा लगा।
तब तक के लिए धन्यवाद ।
जय हिन्द !
वन्दे मातरम
भारत माता की जय !
Tuesday, August 21, 2018
Vivo V11 price in India 2018
Vivo V11 price in India 2018
चाइना की टेक कंपनी विवो अगले महीने भारत में अपना एक नया फोन लॉच करने जा रही है। विवो ने अगले महीने सितंबर के लिए एक 'Block your date' मैसेज जारी करा है। इस मैसेज में लिखा है 'Experience in 11'। इसका मतलब यह हो सकता है कि विवो की तरफ से इस नए फोन का नाम विवो वी11 होगा। इस फोन की लॉच डेट 6 सितंबर को बताई जा रही है। इस फोन में विवो एक्स 21 की तरह इन डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर हो सकता है। लीक में यह भी बताया कि इस फोन में आपको वॉटर ड्रॉप डिस्प्ले मिलेगा। मतलब इस फोन की noutch का आकार पानी की बूंद के समान है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में इस फोन की कीमत ₹25990 तक हो सकती है।
चलिए इस फोन की स्पेसिफिकेशंस की बात करते है!Image credits- Google Images |
विवो वी11 के स्पेसिफिकेशंस
*रिपोर्ट के अनुसार इस फोन में 6.41 इंच का फुल एचडी+ डिस्प्ले मिल सकता है।*इसका रिजोल्यूशन 1080 X 2340 पिक्सल्स है। वीवो के स्मार्टफोन विवो वी 11 का एक्सपेक्ट रेशियो 19.5:9 हो सकता है।
*फोन की दमदार परफॉर्मेंस के लिए आपको स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर दिया जाएगा और फोन कि रैम आपको 6GB दी जाएगी।
*रिपोर्ट्स के मुताबिक विवो वी 11 बाजार में 3400mAh की बैटरी के साथ उतरेगा।
*बताया जा रहा है कि इसमें यूएसबी टाइप सी पोर्ट होगा जो फोन को फास्ट चार्ज करेगा।
* विवो वी11 एंड्रॉयड ओरियो 8. 1 पर चलेगा।
*विवो वी 11 में आपको ड्यूल रियर कैमरा मिलेगा,जिससे आप बेहतरीन बुके मोड वाली फोटो खींच सकते हैं।
*इसमें प्राइमरी सेंसर 12 मेगापिक्सल का और सेकेंडरी सेंसर 5 मेगापिक्सल का होगा।
हालांकि विवो ने अपने इस नए फोन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन विवो उस फोन के बारे में कुछ भी नया अपडेट करता है तो हम आपको सबसे पहले बता देंगे।
जय हिंद, वंदे मातरम।
इंकलाब जिंदाबाद
भारत माता की जय।
Sunday, August 12, 2018
What is USB in Hindi ?
USB क्या है ?
दोस्तो मैं आप और हम सब USB को तो काफी समय से इस्तेमाल कर रहे है और इससे ना जाने एक दिन में कितनी बार इस्तेमाल करते है।
क्या दोस्तो आपको पता है कि USB क्या है? और यह क्यों हर जगह काम में ली जाती है ,और यह इतनी पापुलर क्यों है?
तो आईये शुरू करते है।
दोस्तो USB का पूरा नाम Universal Serial Bus है , और इसका आईडिया Intel कंपनी में कार्यरत अजय वी भट्ट ने सन् 1994 में दिया था। इसकी मदद से कंप्यूटर , दूसरे Devices और peripherals (keyboard,mouse, joystick etc..) को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करके डाटा का आदानप्रदान होता है। यह एक प्लग एंड प्ले इंटरफेस है और इससे आप अपने डिवाइस को सीधे कनेक्ट करके चला सकते है और सीधे निकाल भी सकते है।इससे इलेक्ट्रिक चार्ज भी एक Device से दूसरे Device में भेजा जा सकता है।
USB की आवश्यकता क्यों पड़ी?
पहले के दिनों में कंप्यूटर, कैमरा, कीबोर्ड,माउस,ज्वॉयस्टिक और दूसरे devices में अलग अलग कनेक्टर्स इस्तेमाल हुआ करते थे।जिसके कारण डिजायनर्स के लिए यह समस्या आ गई थी कि इतने सारे कनेक्टरस के डिजाइन कैसे बनाए?
सन् 1995-96 में Compaq,DEC,Intel, Microsoft,NEC, Phillips जैसी कंपनियों ने यह सोचा की क्यों ना एक ऐसा कनेक्टर बनाया जाए कि को सभी Devices या Peripherals के लिए काम करे।
जिसके तहत सन् 1996 में पहली बार USB बनकर तैयार हुआ।
दोस्तो आपको बता दे कि यूएसबी के अबतक 5 versions आ चुके है। यूएसबी का पहला version सन् 1996 में लॉन्च किया गया था ।
चलिए अब यूएसबी के versions के बारे में बात करते है ।
USB 1.0
यह यूएसबी का पहला वर्जन है और इसे सन् 1996 में लॉच किया गया था। इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 1.5Mbps थी।
यह ज्यादा देवाइस में इस्तेमाल नहीं हुआ क्योंकि इसकी स्पीड बहुत कम थी। लोगो को इसके बारे में भी ज्यादा कुछ पता नहीं था,क्योंकि तब ज्यादातर फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता था।
USB 1.1
यूएसबी 1.1 को यूएसबी 1.0 के ठीक दो साल यानी स सन् 1998 में लॉच किया गया था और यह पहले यूएसबी से कई मायनों में बेहतर साबित हुआ।
इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 12Mbps थी और इससे इलेक्ट्रिक चार्ज को भी यूएसबी से अन्य पेरीफेरल, devices में ट्रांसफर किया जा सकता था।
इससे 2.5V और 500mA का इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर करा जा सकता था।
USB 2.0
यूएसबी 2.0 को सन् 2000 में लॉच करा गया था और यह यूएसबी 1.1 से बहुत बेहतर साबित हुआ ।
यह आजकल सभी डिवाइसों में इस्तेमाल होता है,और यूएसबी के सबसे सफल वर्जन में गिना जाता है।
इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 480Mbps थी। जोकि एक बहुत अच्छी स्पीड थी।
और इससे 2.5V और 1.8A का इलेक्ट्रिक चार्ज शेयर किया जा सकता है।
USB 3.0
यह सन् 2008 में लॉच करा गया। इस यूएसबी और यूएसबी 2.0 में ज्यादा कुछ अंतर नहीं था।
लेकिन यूएसबी 3.0 की स्पीड 5Gbps थी। जोकि यूएसबी 2.0 से बहुत ज्यादा थी।
USB 3.1
यूएसबी 3.1 ठीक यूएसबी 3.0 का ही अपडेटेड वर्जन है और इसे सन् 2013 में लॉच करा गया था।इसमें पॉवर 20V
और 5A की पॉवर को ट्रांसफर की जा सकती है और इसकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 10Gbps है।
दोस्तो आप लोगो के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि USB(Universal Serial Bus) तो यूनिवर्सल है तो इसके टाइप कैसे हो सकते है?
दोस्तो जवाब यह है कि सभी यूएसबी केबल के अलग अलग काम है और मार्केट में उपलब्ध नए डिवाइसेज के हिसाब से बने है।
चलिए दोस्तो देखते है कि यह कितने प्रकार के होते है।
यूएसबी मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है।
यह साधारणतः आपको अपने यूएबी चार्जर केबल में देखने को मिल जाता है।
यह एक reversable केबल है। मतलब आप इसे उलटा या सीधा कैसे भी लगा सकते हैं।
इसमें डाटा ट्रांसफर स्पीड और इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर स्पीड सब यूएसबी से ज्यादा होती है।
इसमें कई सारे नए फीचर्स है जो इसको अन्य यूएसबी से बेहतर बनाते है। इसलिए यह आजकल कई स्मार्टफोन्स,टैबलेट्स,लैपटॉप्स,डेस्कटॉप में इस्तेमाल हो रहा है।
Apple को छोड़कर सभी मोबाइल फोन कंपनी इसका इस्तेमाल करती है।
जब माइक्रो यूएसबी नहीं हुआ करते थे तो मिनी यूएसबी से ही मोबाइल फोन चार्ज हुआ करते थे,और यह कुछ कैमरों मै आज भी प्रयोग में लिए रहे है।
दोस्तो में आपको बता देता हूं कि इस दुनिया में किसी में चीज के कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी है।
तो चलिए यूएसबी के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बात करते है।
2-यह पॉवर बहुत कम लेता है।
3- इनका यूनिवर्सल डिजाइन है।पूरी दुनिया में इनका एक ही डिजाइन है। यह नहीं कि अमेरिका में कुछ और है और कहीं कुछ और है ।
4- इसका साइज छोटा होने के कारण इसको कहीं भी बिना टूटे फूटे आराम से लेजा सकते है ।
चलिए इनके नुकसान को देख लेते है
1- इनके साइज छोटा होने के कारण यह खो जाती है।
2- अगर यह टूट गई तो इसका डाटा वापस नहीं लाया जा सकता।
दोस्तो मै उम्मीद करता हूं कि आपको यूएसबी के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
और आप क्या यूएसबी टाइप C इस्तेमाल करते हो?मुझे जरूर बताना नीचे कॉमेंट में।
अपना कीमती समय देने के लिए ध्यानवाद
जय हिन्द, वन्दे मातरम।
USB के प्रकार
दोस्तो आप लोगो के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि USB(Universal Serial Bus) तो यूनिवर्सल है तो इसके टाइप कैसे हो सकते है?दोस्तो जवाब यह है कि सभी यूएसबी केबल के अलग अलग काम है और मार्केट में उपलब्ध नए डिवाइसेज के हिसाब से बने है।
चलिए दोस्तो देखते है कि यह कितने प्रकार के होते है।
यूएसबी मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है।
USB Type A
USB type A सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला यूएसबी है और यह आपको हर प्रकार के device,पेरीफेरल में देखने को मिल जायगा। इसका आकार रेक्टेंगुलार होता होता है।यह साधारणतः आपको अपने यूएबी चार्जर केबल में देखने को मिल जाता है।
USB Type A |
USB Type B
इनका आकार लगभग square होता है। इसको प्रिंटर और दूसरे devices के साथ कनेक्ट किया जाता है। इसका इस्तेमाल टाइप A की तुलना में बहुत कम होता है।USB Type B |
USB Type C
जब भी आप लोग यूएसबी को अपने डिवाइस में लगने जाते है तब कभी कभी यूएसबी उल्टी होने के कारण नहीं लग पाती। लेकिन यूएसबी टाइप C ऐसा नहीं है।यह एक reversable केबल है। मतलब आप इसे उलटा या सीधा कैसे भी लगा सकते हैं।
इसमें डाटा ट्रांसफर स्पीड और इलेक्ट्रिक चार्ज ट्रांसफर स्पीड सब यूएसबी से ज्यादा होती है।
इसमें कई सारे नए फीचर्स है जो इसको अन्य यूएसबी से बेहतर बनाते है। इसलिए यह आजकल कई स्मार्टफोन्स,टैबलेट्स,लैपटॉप्स,डेस्कटॉप में इस्तेमाल हो रहा है।
USB Type C |
मिनी और माइक्रो यूएसबी कनेक्टर क्या होते है?
माइक्रो यूएसबी कनेक्टर
आज के समय जो आप अपने फोन को चार्ज करने में और डाटा ट्रांसफर करने में यूएसबी कनेक्टर इस्तेमाल करते है उसे माइक्रो यूएसबी कनेक्टर कहते है और यह Type B होता है।Apple को छोड़कर सभी मोबाइल फोन कंपनी इसका इस्तेमाल करती है।
Micro USB connector |
मिनी यूएसबी कनेक्टर
जैसे कि नाम से ही पता चलता है मिनी, इसका आकार छोटा होता है।जब माइक्रो यूएसबी नहीं हुआ करते थे तो मिनी यूएसबी से ही मोबाइल फोन चार्ज हुआ करते थे,और यह कुछ कैमरों मै आज भी प्रयोग में लिए रहे है।
Mini USB connector |
दोस्तो में आपको बता देता हूं कि इस दुनिया में किसी में चीज के कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी है।
तो चलिए यूएसबी के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बात करते है।
यूएसबी के फायदे
1- यह सस्ते है और बाजार आसानी जाते है!2-यह पॉवर बहुत कम लेता है।
3- इनका यूनिवर्सल डिजाइन है।पूरी दुनिया में इनका एक ही डिजाइन है। यह नहीं कि अमेरिका में कुछ और है और कहीं कुछ और है ।
4- इसका साइज छोटा होने के कारण इसको कहीं भी बिना टूटे फूटे आराम से लेजा सकते है ।
यूएसबी के नुकसान
यूएसबी के कुछ नुकसान है पर इसके नुकसान यूएसबी के फायदों के सामने बहुत छोटे पड़ जाते है।चलिए इनके नुकसान को देख लेते है
1- इनके साइज छोटा होने के कारण यह खो जाती है।
2- अगर यह टूट गई तो इसका डाटा वापस नहीं लाया जा सकता।
दोस्तो मै उम्मीद करता हूं कि आपको यूएसबी के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
और आप क्या यूएसबी टाइप C इस्तेमाल करते हो?मुझे जरूर बताना नीचे कॉमेंट में।
अपना कीमती समय देने के लिए ध्यानवाद
जय हिन्द, वन्दे मातरम।
Wednesday, August 8, 2018
What is wireless charging and how it works?
वायरलेस चार्जिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
दोस्तों आप सब ने वायरलेस चार्जिंग के बारे में तो सुना ही होगा, आप में से कुछ लोगो को यह लगता होता कि यह एक बिलकुल नया अविष्कार है! जी नहीं दोस्तों यह बिलकुल नया अविष्कार नहीं है! वायरलेस चार्जिंग के बारे में पहले ही महान वैज्ञानिक निकोला टेस्ला ने 1902 में बता दिया था,लकिन कुछ आर्थिक समस्या के कारण यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया था ! फिर उसके बाद कई दशकों तक इसके बारे में इसके बारे में नई-नई खोजे होती रही!दोस्तों कई लोगो को लगता है कि पहला वायरलेस चार्जर सैमसंग कंपनी लाई थी,लकिन ऐसा कुछ नहीं है !
दुनिया का पहला वायरलेस चार्जर आज से 12-13 साल पहले आ गया था और इसको जो कंपनी लाई थी उसका नाम Palm था ! हालांकि फिर कंपनी उतना नहीं चली और इसका नाम भी लोगो ने बहुत काम सुना है,तो लोगो को लगता है कि सैमसंग ही सबसे पहले वायरलेस चार्जर लाई थी !
Wireless Charging |
क्या है वायरलेस चार्जिंग ?
दोस्तों वायरलेस चार्जिंग एक ऐसी चार्जिंग प्रक्रिया होती है जिसमे बिना किसी तार के ही मोबाइल फ़ोन के बैटरी को चार्ज करा जाता है !हलाकि यह सच में एक वायरलेस चार्जिंग नहीं होती, इसमे एक Pad होता है जो तार के साथ स्विचबोर्ड से जुड़ा होता है, और इसके उप्पर फ़ोन रखकर फ़ोन को चार्ज करा जाता है !इसमें दो चीजे होती है, जो है ट्रांसमीटर[pad ] और रिसीवर [mobile ] ! इन दोनों में ही coil लिपटी होती है! अगर फ़ोन में coil नहीं है तो इसे एक प्रकार के कवर से पैक कर लिया जाता है !
अब ट्रांसमीटर[pad ] से रिसीवर [mobile] में electromagnetic Induction [विधुत चुम्बकीय प्रेरण] के जरिये Energy ट्रांसफर होती है और फ़ोन चार्ज होता है ! यहां फ़ोन साधारण चार्जर के मुकाबले बहुत देरी से चार्ज होता है, क्योकि Energy ट्रांसफर के दौरान Energy का loss भी होता है !
Wireless Charging |
वायरलेस चार्जिंग कैसे काम करती है ?
दोस्तों मैंने आपको पहले ही बता दिया कि वायरलेस चार्जिंग सही में वायरलेस नहीं होती है और इसमें चार्जर को तार जरिए स्विचबोर्ड के साथ जोड़ दिया जाता है, जहां से उसे पॉवर मिलती है !दोस्तों Energy का ट्रांसफर एक स्थान से दूसरे स्थान में होने में magnetism[चुंबकत्व] का बहुत बड़ा काम है !
दोस्तों जब हम स्विचबोर्ड से Pad को तार के जरिये जोड़ते है, और जब स्विचबोर्ड को ऑन करते है तो Coil घूमने और उसमे Magnetic Field[ चुम्बकीय क्षेत्र ] पैदा होने लगती है,जिसके कारण Electric current [ विधुत धारा ] बनती है और मोबाइल फ़ोन चार्ज होने लगता है !
दोस्तों आपको बता दे जो इसकी चार्जिंग स्पीड होती है वह एक साधारण चार्जर से कम होती है !
अगर आपको अपना फोन थोड़ी तेजी से चार्ज करना है तो आपको बड़ी coil के साथ बड़ा Pad चाहिए होगा !
Wireless Charging |
वायरलेस चार्जिंग वाले कुछ स्मार्टफ़ोन्स
दोस्तों चलिए जान लेते है कि मार्किट में कौन-कौन से वायरलेस चार्जर मिलते है
1- Motorola moto Z2 Force
2-LG V30
3-Samsung Galaxy S9+
4-Nokia 6.15- Apple iPhoneX
6-Ulefone Power 5
दोस्तों मैं आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आप जान गए होंगे कि वायरलेस चार्जिंग होती क्या है और यह काम कैसे करती है !
दोस्तों आप नीचे कमेंट बॉक्स में बताये की क्या आप ने भी वायरलेस चार्जर को इस्तेमाल करा है ?
अपना कीमती समय देने के लये ध्यानवाद
Tuesday, August 7, 2018
Amazing and Interesting facts about SAMSUNG
सैमसंग के बारे में कुछ रोचक और मजेदार तथ्य
दोस्तों आज के समय में सैमसंग का नाम कौन नहीं जनता ! इस कंपनी के कोई न कोई प्रोडक्ट आप सब ने इस्तेमाल करे होंगे ! ये कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनियो में से एक है !
दोस्तों आज इस आर्टिकल में में आपको सैमसंग के कुछ ऐसे फैक्ट्स बताऊंगा जिसे सुनकर आप हैरान हो जायेंगे !
1- दोस्तों आप सबको लगता होगा कि SAMSUNG एक अंग्रेजी नाम है, लेकिन यह अंग्रेजी नाम नहीं बल्कि
एक कोरियन नाम है ! जो दो अक्षरों से मिलकर बना है
SAM- Three
SUNG- Star
2 - दोस्तों आपको पता है की सैमसंग की स्थापना किसने करी थी ?
दोस्तों सैमसंग की स्थापना सन 1938 में हुई थी और इसकी स्थापना ली ब्यूंग चल ने करी थी ! दोस्तों आपको
पता है कि उस समय उन्होंने इस कंपनी की शुरुआत सब्जिया और नूडल्स बेचकर करी थी , जिसमे केवल
40 लोग थे !
3- दोस्तों यह सुनकर आप हैरान होजाओगे की दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग बुर्जखलीफ़ा के कंस्ट्रक्शन का
काम भी सैमसंग ही संभालता है ! इसके साथ ही सैमसंग ने नांव , टैंक जैसी चीजे भी बनाई है !
4- दोस्तों सैमसंग के प्रोडक्ट्स पर हम आंख बंद करके विश्वास करते है और यह एक बड़ा ब्रांड भी है ! दोस्तों
सैमसंग ऐसे ही एक बड़ा ब्रांड नहीं बना जो भी सैमसंग के बेकार प्रोडक्ट्स थे उनको अपने एम्प्लॉएंस के
सामने ही जला दिया गया ! ताकि कर्मचारियों तक यह सन्देश पहुंच जय कि कोई भी कमी बर्दाश नहीं करी
जाएगी ! और इसपर लोगो का भी अच्छा प्रभाव पड़ा !
5- दोस्तों यह सुनकर तो आप जरूर शॉक हो जाएंगे कि एप्पल जैसे बड़े ब्रांड की चिप और डिस्प्ले भी सैमसंग
ही बनाता है ! और इसके साथ ही दुनिया के 70 % फ़ोन्स की RAM सैमसंग ही बनाता है !
6- दोस्तों यह बात सुनकर आपको पता लगजाएगा की सैमसंग कंपनी कितनी बड़ी है ! दोस्तों अगर गूगल
एप्पल , माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों को जोड़ दे तो भी उनसे कई ज्यादा लोग सैमसंग में काम करते है !
7- दोस्तों यह बात सुनकर आपको पता लगजाएगा कि सैमसंग अपने देश के लये कितना बड़ा माइना रखती है
साउथ कोरिआ के जीडीपी का 17 % सैमसंग रखती है ! इसका मतलब अगर सैमसंग घाटे में चले गयी तो
साउथ कोरिआ की अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी !
8 - हर मिनट दुनिया भर में सैमसंग के 100 टीवी बेचे जाते है !
दोस्तों आशा करता हूँ की सैमसंग के बारे में ये फैक्ट्स जानकर आपका मजा आया होगा ! और आप भी सैमसंग का कोई न कोई प्रोडक्ट तो जरूर करते होंगे , दोस्तों निचे कमेंट बॉक्स में बताये कि की आप सैमसंग का कौन सा प्रोडक्ट इस्तेमाल करते है !
अपना कीमती समय देने के लये ध्यानवाद
Monday, August 6, 2018
Interesting facts about mobile phone in hindi
मोबाइल फ़ोन बारे में कुछ रोचक तथ्य-
दोस्तों आज के समय में हम सब अपने मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में करते है, और यह हमारा एक महत्वपूर्ण साधन बन चुका है जो हमारे कई सारे काम आसान बना देता है ! अगर यह हमारे सामने से 1 मिनट के लिए भी गायब हो जाए हो हम हो जाते है परेशान !
दोस्तों आज में मोबाइल फ़ोन के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने वाला हूँ जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे !
facts about mobile |
* दोस्तों आपको पता है दुनिया के सबसे पहले स्मार्टफोन का नाम सीमोन था ! उसकी टचस्क्रीन नहीं थी बल्कि उसमे मोटा सा टचस्क्रीन वाला कीबोर्ड था !
इस फ़ोन की कीमत 60,000 रु थी !
* मोबाइल फ़ोन से पहली कॉल सन 1973 में करी गयी थी और पहला मैसेज 1992 में भेजा गया था !
* दुनिया का पहला कैमरा फ़ोन सन 2000 में जापान में लांच हुआ था !
* क्या आप जानते है की सबसे ज्यादा बिकने वाला IPhone कौन सा है ?
दोस्तों दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला IPhone 5S है और यह 2013 में लांच हुआ था !
* आपको पता है दुनिया का सबसे मेंहा फ़ोन कौन सा है ?
दोस्तों दुनिया का सबसे मेंहा फ़ोन IPhone 5 Diamond Black है और यह स्टुअर्ट हग्स नामक व्यक्ति के पास है ! इस फ़ोन की कीमत 15 M $ है !
* दोस्तों क्या आप जानते है कि दुनिया में लोगो के पास इतने फोन है जितने उनके पास टूथब्रश और टॉयलेट
नहीं है !
* दुनिया में सबसे ज्यादा फोनो का मार्किट भारत में है !
* दोस्तों आपको पता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा फोन्स का इस्तेमाल क्या करने में होता है ?
दुनिया में सबसे ज्यादा फ़ोन्स का इस्तेमाल टाइम देखने में होता है !
* दोस्तों यह पढ़कर आप हैरान होजाएंगे कि दुनिया में सबसे ज्यादा फ़ोन एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते
है !
* दोस्तों यह पढ़कर शायद आप आपने फ़ोन को बार-बार साफ करेंगे ! आप जो फ़ोन इस्तेमाल करते है उस
पर आपके टॉयलेट के फ्लश के हैंडल से 8 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते है !
* पूरी दुनिया के 70% फ़ोन्स चीन में बनते है !
* आपको पता है कि पुरे विश्व में 49% लोग अपने फ़ोन का इस्तेमाल गेम खेलने में करते है !
* दोस्तों यह बात सुनकर आपको हंसी आजाएगी कि इंग्लैंड में हर साल लगभग 1 लाख फोन टॉयलेट में गिर
जाते है, इससे आप समझ सकते कि इंग्लंड वाले फोन इस्तेमाल करने में टॉयलेट को भी नहीं छोड़ते !
* आपको पता है कि औसतन एक व्यक्ति अपना फ़ोन 1 दिन में 110 बार अनलॉक करता है !
* अगर हमारा फोन कभी हमारे हाथ से गिर जाये या फिर भागते-भागते जेब गिर से जाये तो उसके पार्ट्स आसानी से टूट जाते है ! लेकिन SonimXP330 नाम का फ़ोन पहले ही बन गया था और दुनिया का सबसे मजबूत फ़ोन है, जिसे 84 फ़ीट से गिराने पर भी कुछ नहीं हुआ !
दोस्तों में आशा करता हूँ कि आपको मोबाइल फ़ोन्स के बारे में यह फैक्ट्स जानकर अच्छा लगा होगा
ध्यानवाद
Friday, August 3, 2018
Battery Saving tips for our smartphones in Hindi
स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने क तरीके
दोस्तों जब भी हम एक नया स्मार्टफोन लेते है, तो सब सबसे पहले उसमे देखते है की उसमे बैटरी कितनी है ?शुरू -शुरू में तो बैटरी सही चलती है पर जब समय बीतता जाता है तो हमारे स्मार्टफोन की बैटरी भी जल्दी जल्दी खत्म होने लगती है ! और आप परेशान हो जाते है ,हर जगह अपने साथ रखते है पॉवरबैंक!
और अगर पॉवरबैंक न हो और आपके फ़ोन की बैटरी हो जाये खत्म, तो आपके सारे काम अटक जाते है फिर न तो आप किसी को मैसेज कर पाते है और न ही किसी को कॉल कर पाते है!आपके सारे काम वही रुक जाते है और आप बोखला जाते है! दोस्तों आज इस आर्टिकल में मैं आपको मोबाइल फ़ोन की कुछ ऐसी सेटिंग्स के बारे में बताऊंगा जो आपकी मोबाइल फ़ोन की बैटरी को बढ़ाएगी और आपके फोन की बैटरी जल्दी-जल्दी खत्म भी नहीं होगी! मोबाइल फ़ोन की बैटरी को ख़तम होने से बचाने के लिए बहुत सारी टिप्स है पर मैं आपको कुछ ऐसी सेटिंग्स के बारे में बताऊंगा जो आपके फ़ोन की बैटरी को बचा सकती है !
तो चलिए दोस्तों देखते है कुछ ऐसी ही टिप्स के बारे में !
* रीसेंट अप्प्स को बंद करें -
दोस्तों जब आप मोबाइल चलाते है और उसमे वीडियो,गेम्स आदि चीज खोलते है,तो उसमे ये सब अप्प्स बैकग्राउंड में चलती रहती है!अगर आपको बैकग्राउंड में चलरही अप्प्स से कुछ काम नहीं है तो इन सब अप्प्स को बैकग्राउंड से क्लेयर कर दीजिये! इससे आपकी बैटरी ज्यादा पावर नहीं लेगी और आपकी बैटरी लम्बे समय तक चलेगी !
how to save battery |
Thursday, August 2, 2018
What is mAh in batteries
बैटरी में mAh का मतलब क्या होता है?
दोस्तो जब भी आप एक नया फोन लेने
देखते है कि इस फोन की बैटरी कितने mAh
की है? क्या दोस्तो आपको पता है कि mAh
का मतलब क्या होता है?
का मतलब क्या होता है?
आइए दोस्तो जानते है mAh मतलब होता क्या है!
दोस्तो जैसे हम किसी भी दूध,पानी या फिर अन्य द्रव
पदार्थ को लीटर में नापते है और फल,सब्जियों, दाल,
चावल को किलोग्राम में तोलते है।वैसे ही हम करंट
को एम्पियर(ampere) में मापते है।
दोस्तो mAh का पूरा नाम Milli ampere hour
होता है।
1amp=1000 milli ampere होता है।
1000mAh मतलब आपकी बैटरी 1 घंटे में 1000
milli ampere चार्ज होती है।
*माना आपके मोबाइल की बैटरी 3000mAh की है,
और आपने उस मोबाइल की बैटरी को एक चार्जर के
साथ जोड़ा जो 1amp(1000mA) का है।
इसका मतलब वो आपका पूरा मोबाइल चार्ज 3 घंटे
में करेगा।
*माना अब आपका चार्जर 700mA(0.7amp) का
का है तो ये आपका मोबाइल लगभग 4 घंटे में चार्ज
करेगा।
बैटरी का चार्ज होना इस पर भी निर्भर करता है कि
आप अपने फोन का कितना इस्तमाल कर रहे हो?
आइए दोस्तो उसको भी एक उदाहरण से समझते
है।
*माना दोस्तो आपके बैटरी 4000mAh की है!
आप अपने मोबाइल पर वीडियो, गेम आदि खेल रहे
है। और इस दौरान आपकी बैटरी से 400 milli amp
बैटरी खर्च हो रही है,तो जो आपका मोबाइल है वह वहीं
पूरा चार्ज होने में 10 घंटे लगाएगा।
अब जो दोस्तो सबसे ज्यादा परेशानी जो होती है हमें वो
माना आपने एक powerbank खरीदा और वो है 10000
mAh का और आपका फोन है 5000mAh का,तो क्या
वो powerbank आपके फोन को 2 बार चार्ज कर पाएगा?
उत्तर है— कभी भी नहीं
क्या भविष्य में ऐसा हो सकता है?
उत्तर— कभी नहीं
क्योंकि हो Powerbank की बैटरी का वोल्टेज होता है वो
है 3.7 Volt .
और जो आपका USB port है वो काम करता है 5Volt पे
आपके बैटरी Ideal चार्ज 4.2Volt पर होती है।
Powerbank की Real power निकालने का फार्मूला
माना आपका Powerbank है 10000 mAh का।तो मानक परिस्थितियों में powerbank की Power —
1000 ×3.7/4.2= 8809mAh होगी
अब चार्ज होते समय ऊष्मा(heat) भी बाहर निकलेगी।
माना 20% ऊष्मा बाहर निकल गई
तो powerbank की असली शक्ति—
8809mAh×80%= 7047mAh
तो दोस्तो आप जो 10000mAh का powerbank
लेते हो वो असलियत में 7000-6000 के आसपास का
ही होता है।वह 10000 mAh का तो बिल्कुल नहीं होता।
दोस्तो मै आशा करता हूं कि आपको mAh के बारे में पता लग गया होगा।
धन्यवाद
धन्यवाद
Monday, July 30, 2018
The Success story of android in Hindi
Android की सफलता की पूरी कहानी
यह बात है 2004 की जब Andy Rubin ने
android OS बनाया था। ये फोन के लिए नहीं
बल्कि digital Cameras के लिए बनाया गया
Camera के market उस समय ज्यादा नहीं थे।
इसलिए 5 महीने बाद उन्होंने अपना प्लान बदल दिया।
लेकिन ये प्लान उनकी कंपनी को समझ नहीं आया
और कंपनी ने मना कर दिया।
पैसों की समस्या के कारण Andy Rubin ने अपने
दोस्त से 10,000$ उधार लिए थे।
कुछ समय बाद Andy Rubin और उनके दोस्त
का प्लान धीरे धीरे सफल होने लगा।
फिर इस concept पर Google की नजर पड़ी।
तथा इस कंपनी को खरीदने के लिए गूगल का ऑफर
आया और google ने इसे 50 M $ में खरीद लिया।
फिर एंडॉयड के बड़े employee Andy,Rich, Nick और Chris ने भी Google join कर लिया।
2007 में पहले बार android को टेस्ट करा गया और
लोगो को भी यह बहुत पसंद आया।
Android ने अपना पहला स्मा्टफोन HTC Dream launch करा।
इस तरह Android ने सभी फोन राज करना शुरू कर दिया।
2013 में 1Billoin से भी ज्यादा Android के user बन चुके थे।
जो Microsoft से 4 गुना और Ios से 3 गुना ज्यादा थे।
Android का पहला logo design Irina Blok ने बनाया था।
आज के समय में android के पास 80% से ज्यादा मार्केट शेयर है। और यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग करने वाला OS है।
2007 में पहले बार android को टेस्ट करा गया और
लोगो को भी यह बहुत पसंद आया।
Android ने अपना पहला स्मा्टफोन HTC Dream launch करा।
इस तरह Android ने सभी फोन राज करना शुरू कर दिया।
2013 में 1Billoin से भी ज्यादा Android के user बन चुके थे।
जो Microsoft से 4 गुना और Ios से 3 गुना ज्यादा थे।
Android का पहला logo design Irina Blok ने बनाया था।
आज के समय में android के पास 80% से ज्यादा मार्केट शेयर है। और यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग करने वाला OS है।
Tuesday, July 10, 2018
Honor Lite Sapphire Blue
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MRP-RS 13,999.00
Amazon Price-RS 12,199
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Specifications.
RAM- 4GB
Battery-3000mAh
Finger print sensor- Yes
Face ID-Yes
Colour- Blue
Rear camera - 13+2MP
Front camera -13+2MP
Internal storage-32GB
Processor- Kirin 659 processor .
Warranty- 1 year for phone,6 months for charger and 3 months for data cable.
Thursday, July 5, 2018
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Specifications
Android- 8.1(Oreo)
Camera- 13MP Primary camera with HDR,face beauty,time lapse,slow motion and 8MP Front facing camera.
Memory- 4GB RAM,32GB Internal memory expandable up to 256GB.
Battery- 3260mAh lithium ion battery.
Security-Fingerprint sensor Face unlock.
CPU- Octa core 2.0 GHz Cortex A-53
GPU- PowerVR GE8320.
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